क्रेडिट इतिहास ये बताता है कि ग्राहक ने अपने क्रेडिट को भूतकाल में किस तरह मैनेज किया है. जैसे ग्राहक ने पिछली बार कब लोन लिया था और उस लोन को कब चुकाया था, वर्तमान में भी कोई लोन है क्या, ये सारी जानकारी लेकर क्रेडिट ब्यूरो ग्राहक को 300 और 900 के बीच एक क्रेडिट स्कोर (Credit Score) देता है. ज्यादा क्रेडिट है तो आसानी से लोन मिल जाता है. ऋणदाता (lender) लोन देने से पहले ग्राहक की क्रेडिट इतिहास चेक करते है और तय करते है कि ग्राहक को लोन दिया जाए या नहीं और लोन देने की शर्त क्या होनी चाहिए.