म्यूचुअल फंड कितने प्रकार के होते हैं? | Types of Mutual Fund Hindi सबसे ज्यादा रिटर्न देने वाला म्यूच्यूअल फण्ड भारत में म्यूचुअल फंड के प्रकार म्यूचुअल फंड कैलकुलेटर म्यूचुअल फंड के फायदे टॉप 10 म्यूचुअल फंड म्यूचुअल फंड प्रकार हिंदी म्यूचुअल फंड के नुकसान बेस्ट म्यूचुअल फंड कंपनी
म्यूचुअल फंड कितने प्रकार के होते हैं? | Types of Mutual Fund Hindi
Types of Mutual Fund Hindi :- दोस्तों आज हम आपके लिए म्यूचुअल फंड कितने प्रकार के होते हैं? के बारे में बताने आये हैं। म्यूचुअल फंड क्या होता है? जब से देश में Bank FD की ब्याज दर कम हुई है, तब से लोग म्यूचुअल फंड में निवेश करने को बेताब हैं. लेकिन म्यूचुअल फंड में निवेश करने से पहले आपको यह जान लेना चाहिए कि म्यूचुअल फंड कितने प्रकार के होते हैं? कौन सा म्यूचुअल फंड किसके लिए है?
इस लेख में सभी प्रकार के म्यूच्यूअल फण्ड के बारे में बताया जाने वाला है। म्यूचुअल फंड कितने प्रकार के होते हैं? जानने के लिए इस लेख को शुरू से अंत तक पढ़ें। म्यूचुअल फंड कितने प्रकार के होते हैं? इसका मतलब क्या है?
म्यूचुअल फंड क्या है? | Mutual Fund Kya Hai in Hindi 2024
म्यूच्यूअल फण्ड एक व्यवस्थित निवेश प्रक्रिया है जिसके तहत विभिन्न निवेशकों से पैसा लिया जाता है और उनसे प्राप्त पैसे को स्टॉक, बॉन्ड, सोना और अन्य सरकारी fund में निवेश किया जाता है। निवेशकों से पैसा लेकर उसे विभिन्न स्टॉक्स, बॉन्ड्स, गोल्ड और अन्य सरकारी सिक्योरिटीज में निवेश करने का काम फंड मैनेजर करता है। म्यूचुअल फंड में अक्सर ऐसे निवेशक निवेश करते हैं जिन्हें शेयर बाजार से जुड़ी सारी जानकारी नहीं होती या जिन्हें निवेश करने का कोई अनुभव नहीं होता है। तो आज के इस पोस्ट में हम जानने वाले है की म्यूचुअल फंड कितने प्रकार के होते हैं? | Types of Mutual Fund Hindi
Types of Mutual Fund Hindi
म्यूचुअल फंड कई तरह के होते हैं। पहले हम कुछ मुख्य प्रकारों को देखेंगे और फिर उन्हें विस्तार से समझेंगे:-
Asset class के अनुसार म्यूच्यूअल फण्ड के तीन प्रकार कौन से हैं?
इस प्रकार के म्यूच्यूअल फण्ड में पैसा एक से अधिक एसेट में लगाया जाता है। यानी आप म्यूच्यूअल फण्ड में कितना भी पैसा लगायें, फण्ड मैनेजर उसे अलग-अलग जगह इन्वेस्ट करेगा, उनकी रिसर्च के अनुसार एसेट्स के आधार पर म्युचुअल फंड के और भी कई प्रकार हैं जिनके बारे में हमने जानकारी दी है।
- इक्विटी म्युचुअल फंड – Equity Mutual Fund
- डेट म्यूचुअल फंड – Debt Mutual Fund
- हाइब्रिड म्यूचुअल फंड – Hybrid Mutual Fund
1. इक्विटी म्युचुअल फंड
इक्विटी में निवेश करने वाले म्यूचुअल फंड को इक्विटी म्यूचुअल फंड कहा जाता है। सारा पैसा शेयर बाजार में लगा है। यह म्यूचुअल फंड भी कई तरह के होते हैं-
Fund Name | Small Cap Fund | Mid Cap Fund | Large Cap Fund | Sector Fund |
---|---|---|---|---|
Diversify Equity Fund | X | X | X | X |
Dividend Yield Scheme | X | |||
Equity Linked Saving Scheme | X | |||
(ELSS) Scheme | ||||
Thematic Fund | X |
नोट: “X” इंगित करता है कि संबंधित फंड उस श्रेणी में उपलब्ध है।
लार्ज कैप फंड (Large Cap Fund)
इन फंडों के तहत, बड़ी कंपनियों में पैसा लगाया जाता है जिनकी बाजार में अच्छी प्रतिष्ठा है और वर्तमान और भविष्य में विकास की संभावनाएं हैं। यहां हालांकि, रिटर्न कम है, लेकिन निरंतरता के लिए यह बहुत अच्छा है। इसलिए यह विकल्प उन लोगों के लिए अच्छा है जो कम जोखिम वाले फंड में निवेश करना चाहते हैं।
मिड कैप फंड (mid cap fund)
ऐसे फंड जिन्हें कोई कंपनी अपने व्यवसाय को आगे बढ़ाने के लिए निवेशकों से पैसे के रूप में लेती है, मिड कैप फंड कहलाते हैं। इनमें निवेश करने से लार्ज कैप फंड्स से ज्यादा रिटर्न मिलता है।
स्मॉल कैप फंड (small cap fund)
स्मॉल कैप फंड में निवेश की सुविधा उन कंपनियों द्वारा दी जाती है जिन्होंने हाल ही में बाजार में अपनी पहचान बनाई है और जो अपने बिजनेस को आगे ले जाना चाहती हैं। स्मॉल कैप फंड में निवेश अक्सर ज्यादा रिटर्न देता है क्योंकि यहां जोखिम भी ज्यादा होता है।
मल्टी कैप फंड (Multi Cap Fund)
यह सबसे लोकप्रिय श्रेणी है क्योंकि इसके तहत किसी एक फंड में निवेश करने के बजाय विभिन्न श्रेणियों के फंडों में पैसा लगाया जाता है।
फ्लेक्सी कैप फंड (flexi cap fund)
यह अपने स्वयं के फंड का चयन करता है और इसकी इक्विटी और इक्विटी ओरिएंटेड फंड का 65% हिस्सा रखता है। बेशक, फंड मैनेजर खुद लार्ज कैप, मिड कैप और स्मॉल कैप फंड में निवेश करता है।
2. डेट म्यूचुअल फंड (Debt Mutual Fund)
आम तौर पर, डेट फंड ऐसे फंड होते हैं जिनमें निवेशकों को एक निश्चित अवधि के बाद रिटर्न के रूप में एक निश्चित राशि प्राप्त होती है। डेट म्यूचुअल फंड के तहत पैसा कमर्शियल पेपर, ट्रेजरी बिल, कॉरपोरेट बॉन्ड और कई अन्य मनी मार्केट इंस्ट्रूमेंट्स में निवेश किया जाता है। कंपनी /निवेशकों से सरकारी ऋण निधियों में पैसा निवेश करके पैसा उधार लेती है और बाद में उस पैसे को एक निश्चित ब्याज दर पर वापस कर देती है।
डेट म्यूचुअल फंड के तहत सभी securities की एक निश्चित ब्याज दर होती है और एक निश्चित समय भी होती है। डेट म्यूचुअल फंड को फिक्स्ड इनकम सिक्योरिटीज भी कहा जाता है क्योंकि वे निश्चित आय उत्पन्न करते हैं। डेट म्यूचुअल फंड लो रिस्क रिटर्न की अवधारणा पर काम करता है। डेट म्यूचुअल फंड को आगे तीन भागों में बांटा गया है।
- Gilt Fund
- Junk Bond Scheme
- Fixed Maturity Plans
- ELSS Mutual Fund
- Thematic Fund
- Hybrid Fund
Gilt Fund
इन फंडों के अंतर्गत निवेशकों का पैसा केवल सरकारी प्रतिभूतियों में लगाया जाता है, जिससे इस प्रकार के फंड में जोखिम की मात्रा नगण्य होती है। गिल्ट फंड, शॉर्ट टर्म और लॉन्ग टर्म दोनों उपलब्ध हैं।
Junk Bond Scheme
इस तरह के फंड में कॉरपोरेट बॉन्ड में पैसा लगाया जाता है और यहां जोखिम भी ज्यादा होता है। हालांकि, ज्यादा रिस्क के चलते रिटर्न भी गिल्ड फंड से ज्यादा होता है।
Fixed Maturity Plans
इन्हें आप फिक्स्ड डिपॉजिट यानी बैंक एफडी मान सकते हैं क्योंकि इसमें जोखिम की संभावना कम होती है। रिस्क कम होने से रिटर्न भी कम मिलता है। यह मैच्योरिटी टाइम जैसे 3 साल 5 साल आदि के साथ आता है, फिक्स्ड मैच्योरिटी प्लान के तहत सर्टिफिकेट ऑफ डिपॉजिट, कमर्शियल पेपर, कॉरपोरेट बॉन्ड आदि में निवेश किया जाता है।
3. हाइब्रिड म्यूचुअल फंड (Hybrid Mutual Fund)
ऐसे कई म्यूचुअल फंड हैं जो एक से more class में निवेश करते हैं। यह म्यूचुअल फंड आपके पैसे को इक्विटी और डेट में निवेश करता है। इस मिक्स्ड म्यूचुअल फंड को हाइब्रिड फंड कहा जाता है।
हाइब्रिड फंड तीन प्रकार के होते हैं-
- एमआईपी-मासिक आय योजना (MIP-Monthly Income Plan)
- बैलेंस्ड फंड (balanced fund)
- आर्बिट्रेज फंड (arbitrage fund)
मासिक आय योजना (Monthly Income Plan)
इस फंड में ज्यादातर निवेश 60 से 90% डेब्ट में और बाकी शेयर मार्केट में होता है। इसमें ज्यादातर निवेश डेट इंस्ट्रूमेंट में होता है इसलिए यह फंड काफी सुरक्षित है। यह आपके लिए मंथली इनकम प्लान के साथ-साथ शेयर मार्केट इन्वेस्टमेंट से भी अच्छा रिटर्न देता है।
बैलेंस्ड फंड (Balanced fund)
इस प्रकार के म्यूच्यूअल फण्ड में 50-50% के अनुपात में डेब्ट और इक्विटी में पैसा लगाया जाता है। जस चले आपका प्रॉफिट और रिस्क भी 50-50 होता है।
आर्बिट्रेज फंड
आर्बिट्रेज फंड का इस्तेमाल बदलते बाजारों में निवेश के लिए किया जाता है। जोखिम बहुत अधिक है। फंड का 65% से अधिक शेयरों में निवेश किया जाता है। आपके द्वारा निवेश किया गया पैसा सुरक्षित है, लेकिन उस पर रिटर्न किसी तरह है।
म्यूचुअल फंड कितने प्रकार के होते हैं? | Types of Mutual Fund Hindi- सारांश
म्यूचुअल फंड कितने प्रकार के होते हैं? जानने के लिए आप इस लेख तक आए हैं, तो आपको Types of Mutual Fund Hindi में मिल गई है। क्योंकि हमने इस लेख में केवल Types of Mutual Fund Hindi के बारे में बात की है। साथ ही कुछ छोटे-छोटे सवालों के जवाब भी दिए हैं। तो हमें उम्मीद है कि आपको हमारा यह article म्यूच्यूअल फण्ड इन हिंदी जरूर पसंद आया होगा अगर आपको यह लेख पसंद आया तो इसे शेयर जरूर करें, अगर आपका कोई सवाल है तो कमेंट बॉक्स आपके लिए हमेशा खुला है।
Types of Mutual Fund Hindi FAQs
म्यूचुअल फंड का अर्थ क्या है?
उत्तर :- म्युचुअल फंड एक व्यवस्थित निवेश प्रक्रिया है जिसके अंतर्गत विभिन्न निवेशकों से पैसा लेकर उनसे प्राप्त धन को स्टॉक, बॉन्ड, सोना और अन्य सरकारी प्रतिभूतियों में निवेश किया जाता है।
म्यूचुअल फंड कितने प्रकार के होते हैं?
उत्तर :- इक्विटी फंड, डेट फंड, ईएलएसएस फंड, इंडेक्स फंड आदि मुख्य रूप से म्यूचुअल फंड के प्रकार हैं।
सबसे अच्छे प्रकार के म्यूचुअल फंड कौन से हैं?
उत्तर:- यदि आप अपने निवेश पर उच्च प्रतिफल प्राप्त करना चाहते हैं तो इस मामले में इक्विटी म्यूचुअल फंड सबसे अच्छा है। आपको बस इस बात का ध्यान रखना है कि इसमें निवेश करते वक्त जोखिम की संभावना भी ज्यादा रहती है।
प्रश्न 4. सबसे अच्छा म्यूचुअल फंड कौन सा है?
उत्तर :- मिड कैप और स्मॉल कैप फंड्स को लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट के लिए बेहतर माना जाता है क्योंकि इनमें ग्रोथ की संभावना ज्यादा होती है।
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हमें किस्मे इन्वेस्ट करना चाहिए शेयर मार्केट में या म्यूच्यूअल फण्ड में इस पर लिखो आपका पोस्ट अच्छा था
हमें अच्छा लगा कि आपको ये पोस्ट पसंद आया. शेयर मार्केट या म्यूच्यूअल फण्ड किस्मे निवेश करना चाहिए-इस पर भी जल्द लिखेंगे.
bahut accha lekh likha hai bhia apane. padhakar maja aa gaya.