Credit History

क्रेडिट इतिहास ये बताता है कि ग्राहक ने अपने क्रेडिट को भूतकाल में किस तरह मैनेज किया है. जैसे ग्राहक ने पिछली बार कब लोन लिया था और उस लोन को कब चुकाया था, वर्तमान में भी कोई लोन है क्या, ये सारी जानकारी लेकर क्रेडिट ब्यूरो ग्राहक को 300 और 900 के बीच एक क्रेडिट स्कोर (Credit Score) देता है. ज्यादा क्रेडिट है तो आसानी से लोन मिल जाता है. ऋणदाता (lender) लोन देने से पहले ग्राहक की क्रेडिट इतिहास चेक करते है और तय करते है कि ग्राहक को लोन दिया जाए या नहीं और लोन देने की शर्त क्या होनी चाहिए.

TATA की इस Share से कंपनी को हुआ तगड़ा मुनाफा इन 4 शेयर्स ने इन्वेस्टर्स को रुलाया 5 shares gave up to 53.6% returns in 5 days Tata Mutual Funds are proved money doubling schemes Foreign banks FDs : High interest rates in India